एक नाम मिसाईल मैन लौट आए....

नमस्कार दोस्तों,
   मेरी आज की कविता का शीर्षक है
 " एक नाम मिसाइल मैन लौट आए"।  
इस कविता के माध्यम से  डॉ कलाम जी की जीवन शैली को प्रकाशित किया गया है । उनके आरंभिक जीवन के संघर्ष से लेकर पूर्ण जीवन की सफलता को काव्य में व्यक्त किया गया है। आशा करती हूं यह कविता आपको पसंद आएगी और आप कमेंट में जरूर करें ।
काश ! कलाम सर का मुस्कुराता हुआ चेहरा वापस लौट आए,
ख़ामोशी से सजी हुई, वीणा की तान वापस लौट आए।

 हौंसलों से बुलन्द अपूर्त जहान लौट आए,
आगामी स्कूल कॉलेज के छात्रों  के आदर्श लौट आए।

बच्चों में बचपना और बुजुर्गों का अनुभव लौट आए,
जीव -प्राणी से प्रेम, और ईमानदार छवि की पहचान लौट आए।

अख़बार बेचते हुए, संघर्षवादी जीवन का उत्थान लौट आए,
देश के  नए राष्ट्रपति बने,  वो कलाम सर की तस्वीर वाली अख़बार लौट आए।

राष्ट्रपति भवन की शान Dr.A.P.J. अब्दुल कलाम लौट आए,
 संदूक और 2 सूट वाले महान  लौट आए।

प्रेरक विचारों से लिखी हुए किताबों के लेखक लौट आए,
एयरोस्पेस का इंजीनियर लौट आए।

रक्षा अनुसंधान का विकास लौट आए,
 इसरो का अंतरिक्ष अनुसंधान लौट आए।

राजनीती में एकता का समर्थन लौट आए, 
बिना वोट के राष्ट्रपति का सम्मान लौट आए।
अग्नि और पृथ्वी जैसी स्वदेशी तकनीकों का उद्गम लौट आए,
पोखरण में परमाणु प्रशिक्षण  करने वाला भारत का लाल लौट आए।

कर्तव्य और धार्मिक ज्ञान की इंसानियत लौट आए,
एक नाम  "मिसाइल मैन" जिनमें पूरा भारत लौट आए।
 जय हिंद जय भारत ।🇮🇳🇮🇳
शुक्रिया ।

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